An Article on Truthfulness
व्यक्तिगत जीवन में सत्यनिष्ठा का महत्त्व
मानव जीवन दुर्लभ है | इस जीवन को सरल सुलभ तथा सफल बनाने के लिए हमें कई अच्छे गुणों का विकास स्वयं में करना होता है , जिससे हम अपने जीवन को व्यवस्थित रूप से चला सकें |
सत्यनिष्ठा एक ऐसा मार्ग है जो महात्मा गाँधी द्वारा हमें बताया गया है, जिस पर चलकर हम योग्य बन सकते हैं |
सत्यनिष्ठा का शाब्दिक अर्थ है सत्य का पालन करना | हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सत्यनिष्ठा का पालन करना चाहिए, जिससे हमारे अन्दर सत्य, ईमानदारी, प्रेम, बड़ों का आदर करना, छोटों को प्रेम करना आदि गुण आ सकें |
पुरातन काल से समाज में विभिन्न गुरुओं द्वारा व्यक्ति की अंतरात्मा में सत्यनिष्ठा का विकास किया जाता रहा है जिससे व्यक्ति के अन्दर दया भाव, अच्छे व्यवहार जैसे गुणों का उत्थान हो और लालच, बुरा व्यवहार एवं बुरी सोच का विनाश हो | सत्यनिष्ठा दूसरों को चोट पहुँचाना नहीं सीखाता | यह एक सच्चा व्यक्ति तथा नागरिक बनना सिखाता है |
सत्यनिष्ठा को व्यक्तिगत जीवन में अपनाने से अपना तथा समाज का नव-निर्माण होता है |
- लेखिका : श्रीमती रजनी कुमारी वर्मा, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षिका (विज्ञान)
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